गरीब के घर और जमीन पर है दबंगों की बुरी नज़र
मो. ओबैदुल्लाह शम्सी
गिरिडीह:- बिरनी प्रखंड के ग्राम पंचायत खेदवारा के ग्राम चीता खारो निवासी एक शोकाकुल, पीड़ित एवं असहाय परिवार को प्रखंड प्रशासन का सहयोग मिला है जिससे उक्त परिवार के भरण-पोषण एवं जीविकोपार्जन का मार्ग सुगम हो सका है। इसके लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी बिरनी सुनील वर्मा, स्थानीय मुखिया कंचन देवी एवं रोजगार सेवक मुरलीधर कुमार वर्मा के योगदान काफी अहम हैं। कल केन्दुआ मुखिया सहदेव यादव एवं बिरनी मुखिया किशुन राम ने पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें क्रमशः 1000 एवं 500 रू का आर्थिक सहयोग किया एवं आगे भी हर संभव सहयोग करते रहने का आश्वासन दिया।
बताते चलें कि लगभग 3 माह पुर्व इस परिवार की मुखिया मोसेमात सोना देवी के दो पुत्रों में से छोटे पुत्र अजय सिंह उम्र 20 वर्ष की निर्मम हत्या चेन्नई में कर दी गई थी उक्त घटना के 2 महीने बाद उसके बड़े पुत्र संजय सिंह 30 वर्ष का शव पीरटांड़ प्रखंड के बराकर नदी के पास स्थित एक जंगल से फांसी के फंदे पर झूलता हुआ बरामद हुआ था, दो पुत्रों की मौत के सदमे के कारण मोसेमात सोना देवी के पति बासुदेव सिंह उम्र 60 वर्ष की मृत्यु भी उसी दिन हृदयाघात के कारण हो गई थी और पिता-पुत्र दोनों की अर्थियां उस दिन घर से एक साथ निकली थी। यह खबर पूरे बिरनी प्रखंड एवं गिरिडीह जिले की सुर्खियां बनीं थीं।
प्रखंड प्रशासन के द्वारा पीड़ित परिवार को एक पीएम आवास, एक शौचालय,शेड और दीदी बाड़ी योजना का लाभ मिला है जिससे उक्त परिवार का जीविकोपार्जन किसी तरह से चल रहा है।
मोसेमात सोना देवी एवं उनकी 2 पुत्रियों (अम्बिका एवं पुर्णिमा) से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थानीय दबंगों की बुरी नजरें उसके घर और जमीन पर हैं। वे उनके घर और जमीन को हड़पना चाहते हैं। इसको लेकर उन्हें बार-बार परेशान किया जा रहा है यहां तक कि उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है।
इस बात से ये लोग काफी डरे हुए हैं और प्रखंड एवं जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। मोसेमात सोना देवी ने कहा कि हम लोगों के जीविकोपार्जन के लिए यह जमीन ही एकमात्र सहारा है यदि यह भी हम से छिन जाएगी तो हम कहीं के भी नहीं रहेंगे।